pub-4464005860401745 GUGLE WEB STORIES : बलुवाना न्यूज पंजाब ऑटो डेस्क : बदलती टेक्नोलॉजी में हर दिन कुछ न कुछ नया देखने को मिल रहा है। ऑटोमोबाइल सेक्टर भी काफी प्रयोग किए जा रहे हैं। आजतक आपने गोबर का इस्तेमाल ईंधन में होते सुना और देखा भी होगा लेकिन क्या आपने कभी गोबर से चलता ट्रैक्टर देखा है क्या? वैज्ञानिकों ने गोबर से चलने वाला ट्रैक्टर बनाया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस ट्रैक्टर को ब्रिटिश कंपनी बेनामन (Bennamann) ने बनाया है। इस ट्रैक्टर का नाम New Holland T7 है। इस ट्रैक्टर में डीजल की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। आइए जानते हैं आखिर गोबर से कैसे चलेगा यह ट्रैक्टर.. 270 हॉर्सपावर, डीजल की छुट्टी खेती में गोबर की जरूरत काफी होती है। जैविक खेती के तौर पर गोबर का यूज होता रहा है। ऐसे में गोबर से चलने वाला ट्रैक्टर आने से गोबर की अहमियत बढ़ने की संभावना है। यह ट्रैक्टर 270 हॉर्सपावर का है और डीजल ट्रैक्टर की तरह ही काम करता है। गोबर का ही इस्तेमाल क्यों दरअसल, गाय के गोबर में फ्यूजिटिव मीथेन गैस पाई जाती है। बाद में यह बायोमीथेन ईंधन में बदल जाती है। इससे किसानों का काम काफी आसान हो जाने की बात कही जा रही है। इससे पॉल्युशन रोकने में भी मदद मिलेगी। बायोमीथेन फ्यूज का यूज एक्सपर्ट्स के मुताबिक, गाय के गोबर से जो बायोमीथेन ईंधन तैयार होता है, उससे 270 BHP का ट्रैक्टर आसानी से चलाया जा सकता है। ब्रिटेन के साइंटिस्ट ने इस ट्रैक्टर को बनाने का काम किया है। यह उसी तरह काम करेगा, जिस तरह से CNG की गाड़ियां काम करती हैं। किस तरह काम करेगा यह ट्रैक्टर इस ट्रैक्टर को चलाने के लिए गायों के गोबर को इकट्ठा कर उसे बायोमीथेन (Positive Methane) में बदला गया। इसके लिए ट्रैक्टर में एक क्रॉयोजेनिक टैंक भी वैज्ञानिकों ने लगाया है। जिसमें गोबर से तैयार बायोमीथेन फ्यूल का यूज किया जाता है। क्रॉयोजेनिक टैंक (cryogenic tank) 162 डिग्री के टेंपरेचर में बायोमीथेन को लिक्विफाइड करने का काम करता है। खेती-किसानी होगा आसान इस ट्रैक्टर का टेस्ट कॉर्नवॉल (Cornwall) के एक खेत में किया गया है। इसका फायदा ये हुआ कि सिर्फ एक साल में ही कार्बन डाई ऑक्साइड का उत्सर्जन 2,500 टन से घटकर 500 टन हो गया। इस ट्रैक्टर के आने से खेती-किसानी आसान होगी और डीजल पर आने वाला खर्च कम होगा।

बुधवार, 18 जनवरी 2023

बलुवाना न्यूज पंजाब ऑटो डेस्क : बदलती टेक्नोलॉजी में हर दिन कुछ न कुछ नया देखने को मिल रहा है। ऑटोमोबाइल सेक्टर भी काफी प्रयोग किए जा रहे हैं। आजतक आपने गोबर का इस्तेमाल ईंधन में होते सुना और देखा भी होगा लेकिन क्या आपने कभी गोबर से चलता ट्रैक्टर देखा है क्या? वैज्ञानिकों ने गोबर से चलने वाला ट्रैक्टर बनाया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस ट्रैक्टर को ब्रिटिश कंपनी बेनामन (Bennamann) ने बनाया है। इस ट्रैक्टर का नाम New Holland T7 है। इस ट्रैक्टर में डीजल की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। आइए जानते हैं आखिर गोबर से कैसे चलेगा यह ट्रैक्टर.. 270 हॉर्सपावर, डीजल की छुट्टी खेती में गोबर की जरूरत काफी होती है। जैविक खेती के तौर पर गोबर का यूज होता रहा है। ऐसे में गोबर से चलने वाला ट्रैक्टर आने से गोबर की अहमियत बढ़ने की संभावना है। यह ट्रैक्टर 270 हॉर्सपावर का है और डीजल ट्रैक्टर की तरह ही काम करता है। गोबर का ही इस्तेमाल क्यों दरअसल, गाय के गोबर में फ्यूजिटिव मीथेन गैस पाई जाती है। बाद में यह बायोमीथेन ईंधन में बदल जाती है। इससे किसानों का काम काफी आसान हो जाने की बात कही जा रही है। इससे पॉल्युशन रोकने में भी मदद मिलेगी। बायोमीथेन फ्यूज का यूज एक्सपर्ट्स के मुताबिक, गाय के गोबर से जो बायोमीथेन ईंधन तैयार होता है, उससे 270 BHP का ट्रैक्टर आसानी से चलाया जा सकता है। ब्रिटेन के साइंटिस्ट ने इस ट्रैक्टर को बनाने का काम किया है। यह उसी तरह काम करेगा, जिस तरह से CNG की गाड़ियां काम करती हैं। किस तरह काम करेगा यह ट्रैक्टर इस ट्रैक्टर को चलाने के लिए गायों के गोबर को इकट्ठा कर उसे बायोमीथेन (Positive Methane) में बदला गया। इसके लिए ट्रैक्टर में एक क्रॉयोजेनिक टैंक भी वैज्ञानिकों ने लगाया है। जिसमें गोबर से तैयार बायोमीथेन फ्यूल का यूज किया जाता है। क्रॉयोजेनिक टैंक (cryogenic tank) 162 डिग्री के टेंपरेचर में बायोमीथेन को लिक्विफाइड करने का काम करता है। खेती-किसानी होगा आसान इस ट्रैक्टर का टेस्ट कॉर्नवॉल (Cornwall) के एक खेत में किया गया है। इसका फायदा ये हुआ कि सिर्फ एक साल में ही कार्बन डाई ऑक्साइड का उत्सर्जन 2,500 टन से घटकर 500 टन हो गया। इस ट्रैक्टर के आने से खेती-किसानी आसान होगी और डीजल पर आने वाला खर्च कम होगा।

  


बलुवाना न्यूज पंजाब

ऑटो डेस्क : बदलती टेक्नोलॉजी में हर दिन कुछ न कुछ नया देखने को मिल रहा है। ऑटोमोबाइल सेक्टर भी काफी प्रयोग किए जा रहे हैं। आजतक आपने गोबर का इस्तेमाल ईंधन में होते सुना और देखा भी होगा लेकिन क्या आपने कभी गोबर से चलता ट्रैक्टर देखा है क्या?

वैज्ञानिकों ने गोबर से चलने वाला ट्रैक्टर बनाया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस ट्रैक्टर को ब्रिटिश कंपनी बेनामन (Bennamann) ने बनाया है। इस ट्रैक्टर का नाम New Holland T7 है। इस ट्रैक्टर में डीजल की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। आइए जानते हैं आखिर गोबर से कैसे चलेगा यह ट्रैक्टर..

270 हॉर्सपावर, डीजल की छुट्टी

खेती में गोबर की जरूरत काफी होती है। जैविक खेती के तौर पर गोबर का यूज होता रहा है। ऐसे में गोबर से चलने वाला ट्रैक्टर आने से गोबर की अहमियत बढ़ने की संभावना है। यह ट्रैक्टर 270 हॉर्सपावर का है और डीजल ट्रैक्टर की तरह ही काम करता है।

गोबर का ही इस्तेमाल क्यों

दरअसल, गाय के गोबर में फ्यूजिटिव मीथेन गैस पाई जाती है। बाद में यह बायोमीथेन ईंधन में बदल जाती है। इससे किसानों का काम काफी आसान हो जाने की बात कही जा रही है। इससे पॉल्युशन रोकने में भी मदद मिलेगी।

बायोमीथेन फ्यूज का यूज

एक्सपर्ट्स के मुताबिक, गाय के गोबर से जो बायोमीथेन ईंधन तैयार होता है, उससे 270 BHP का ट्रैक्टर आसानी से चलाया जा सकता है। ब्रिटेन के साइंटिस्ट ने इस ट्रैक्टर को बनाने का काम किया है। यह उसी तरह काम करेगा, जिस तरह से CNG की गाड़ियां काम करती हैं।

किस तरह काम करेगा यह ट्रैक्टर

इस ट्रैक्टर को चलाने के लिए गायों के गोबर को इकट्ठा कर उसे बायोमीथेन (Positive Methane) में बदला गया। इसके लिए ट्रैक्टर में एक क्रॉयोजेनिक टैंक भी वैज्ञानिकों ने लगाया है। जिसमें गोबर से तैयार बायोमीथेन फ्यूल का यूज किया जाता है। क्रॉयोजेनिक टैंक (cryogenic tank) 162 डिग्री के टेंपरेचर में बायोमीथेन को लिक्विफाइड करने का काम करता है।

खेती-किसानी होगा आसान

इस ट्रैक्टर का टेस्ट कॉर्नवॉल (Cornwall) के एक खेत में किया गया है। इसका फायदा ये हुआ कि सिर्फ एक साल में ही कार्बन डाई ऑक्साइड का उत्सर्जन 2,500 टन से घटकर 500 टन हो गया। इस ट्रैक्टर के आने से खेती-किसानी आसान होगी और डीजल पर आने वाला खर्च कम होगा।

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 बलुवाना न्यूज पंजाबसीएम मान ने किसानों के चैकअबोहर, 20 जनवरी (बलुवाना न्यूज पंजाब): 2020 में बुरी तरह अस्वस्थ व बरसात के कारण गिरे मकानों के मुआवजे के चैक आज भगवंत मान ने दिखाया। किसान कर्मजीत सिंह, प्रीतम सिंह किकरखेड़ा को उनकी खराब हुई खेद के मुआवजे के चाक किए गए जबकि बाज सिंह, शिंगारा सिंह व एक अन्य महिला को लगभग 95 हजार रुपये का चैक भुगतान किया गया। सीएम मान ने कहा कि पिछले छात्रवृत्ति वाले किसानों के मुआवजे की ओर ठीक से ध्यान नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि नीट क्लीयर हो तो कोई भी काम मुश्किल नहीं है। उन्होंने कहा कि आप सरकार ने 600 यूनिट बिजली माफ कर दी है, पंजाब के लोगों को काफी राहत मिली है। उन्होंने कहा कि आप सरकार लगातार लोगों की सुविधाओं की ओर ध्यान दे रही है।बलुवाना न्यूज पंजाब  फोटो, अज्ञानी के चाक आवेदन करते सीएम मान। वरिष्ठ अधिवक्ता हरप्रीत सिंह रेवेन्यू मंत्री से अब हर किसी से संबंधित संबंध मिलते हैंअबोहर, 20 जनवरी (बलुवाना न्यूज पंजाब): आज अबोहर पहुंचे रेवेन्यु मंत्री ब्रह्म शंकर जिम्पा, बल्लुआना के विधायक अमनदीप गोल्ड सिंही मुसाफिर, जलालाबाद के विधायक गोल्डी कम्बोज से वरिष्ठ एडवोकेट व आप नेता हर प्रीति सिंह, युवा नेता श्रेष्ठ हर प्रीति सिंह, पूर्व प्रधान अमनदीप धालीवाल, कुलदीप सिंह वकील राजपुरा, गौरी शंकर वकील ने जालसाजी और अबोहर के पूर्व से संबंधित विवरण। एडवोकेट हरप्रीत सिंह ने राजस्व मंत्री से अबोहर में रूके विकास कार्यों को फिर से शुरू करने की मांग की। इसके अलावा उन्होंने कहा कि अबोहर में बारिश के दौरान कई मकान गिरे थे।फोटो, रेवेन्यु मिनिस्टर से मिलते हैं एडवोकेट हरप्रीत सिंह व अन्य। क्राईम रिपोर्टर, अबोहर, जिला फाजिल्का (पंजाब)हर प्रकार की खबरें, विज्ञापन, जन्मदिन, वार्षिकियां, शोक बेदखली, बेदखली बहाल, कोर्ट नोटिस प्रकाशित किए जाने के लिए संपर्क करें भ्रष्टाचारियों को किसी कीमत पर बख्शा नहीं होगा चाहे वह किसी भी पार्टी में चले जाएं : सीएम भगवंत मानकुछ भ्रष्ट मंत्री जेल में और कुछ की जाने की तैयारीऔर बरसात में गिरे मकानों के अधिकार देने के लिए पहुंचे। इस मौके पर सीएम मान जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि पंजाब को लूटने वाले मंत्रियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं होगा चाहे वह बीजेपी ज्वाइन करें या कांग्रेस। सभी मंत्रियों का नंबर आएगा। सीएम मान ने कहा कि कुछ भ्रष्ट मंत्री जेल में हैं और कुछ की जांच चल रही है। सीएम मान ने कहा कि हमारी सरकार लोगों की सेवा के लिए है। चुनाव में किए गए वायदे पूरी तरह जा रहे हैं। पुराने प्रमाणों ने खजाना लूटा खाली कर दिया है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार का प्रयास है कि युवाओं को ज्यादा से ज्यादा रोजगार दिया जाए इसके लिए यहां भड़काने वाले भ्रम हैं। रैली के दौरान पीटीआई शिक्षकों ने नारेबाजी की। जिस पर भगवंत मान ने कहा कि जल्द ही पीटीआई की स्थिति हल हो जाएगी।सीएम ने कहा कि स्कूलों में सुधार किया जा रहा है जल्द ही पीटीआई शिक्षकों को रखा जाएगा। इसके अलावा पंजाब में मोहल्ला औषधियों की संख्या के विचार। उन्होंने कहा कि आप सरकार उसी समय बनी हुई है और इस दौरान काफी हद तक सुधार किया गया है। इस इलाके के बल्लुआना के विधायक गोल्डी मुसाफिर से मांग रखी कि बल्लुआना को सबडिवीजन बना लें लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया। सीएम ने कहा कि राजनेताओं द्वारा बनाए गए बार्डरों को अपना ध्वत कर दिया है। उन्होंने कहा कि अबोहर और बल्लुआना में बड़े घर राजकीय बाड़े द्वारा बनाए गए हैं जो जल्द ही समाप्त कर दिए जाएंगे। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री ब्रह्म शंकर, लंबे समय के विधायक खुदिया, जलालाबाद के विधायक गोल्डी, फाजिल्का के विधायक सवाना, अबोहर अधिकार अधिकार कुलदीप दीप कम्बोज मंच पर मौजूद थे।इस परिदृश्य में आप नेता धर्मवीर गोदारा, किसान नेता मनोज गोदारा और अन्य नेतागण मौजूद थे। अबोहर अभिलेख कुलदीप दीप कम्बोज मंच पर मौजूद थे। इस परिदृश्य में आप नेता धर्मवीर गोदारा, किसान नेता मनोज गोदारा और अन्य नेतागण मौजूद थे। अबोहर अभिलेख कुलदीप दीप कम्बोज मंच पर मौजूद थे। इस परिदृश्य में आप नेता धर्मवीर गोदारा, किसान नेता मनोज गोदारा और अन्य नेतागण मौजूद थे। फोटो, मंच पर मौजूद हैं सीएम मान व अन्य नेतागण व रैली।

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